द्विपक्षीय कुल घुटना प्रतिस्थापन एक शल्य चिकित्सा प्रक्रिया है जिसका उपयोग गंभीर गठिया या दोनों घुटनों की क्षति के इलाज के लिए किया जाता है। प्रक्रिया के दौरान, क्षतिग्रस्त घुटने के जोड़ की सतहों को हटा दिया जाता है और धातु, प्लास्टिक या सामग्रियों के संयोजन से बने कृत्रिम प्रत्यारोपण से बदल दिया जाता है। यह प्रतिस्थापन घुटने के जोड़ की सुचारू गति को बहाल करने में मदद करता है, दर्द को कम करता है, और बेहतर वजन उठाने वाली गतिविधियों की अनुमति देता है।
यह प्रक्रिया उन लोगों को कई लाभ प्रदान करती है जिनके दोनों घुटनों में गंभीर गठिया है। सबसे पहले, यह महत्वपूर्ण दर्द से राहत प्रदान कर सकता है और गतिशीलता में सुधार कर सकता है, जिससे मरीज़ अधिक आसानी से अपनी नियमित गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, द्विपक्षीय कुल घुटने के प्रतिस्थापन से घुटने के संरेखण और स्थिरता में सुधार हो सकता है, जिससे गिरने और अन्य चोटों का खतरा कम हो सकता है।
बांग्लादेश की श्रीमती रेखा रानी अधिकारी ने डॉ. सुनील दाचेपल्ली, सीनियर कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक, रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट और आर्थ्रोस्कोपिक सर्जन की देखरेख में यशोदा हॉस्पिटल, हैदराबाद में सफलतापूर्वक द्विपक्षीय टोटल घुटना रिप्लेसमेंट कराया।