घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी जिसे घुटने की आर्थ्रोप्लास्टी भी कहा जाता है, गंभीर रूप से रोगग्रस्त घुटने के जोड़ों में दर्द से राहत और कार्य को बहाल करने में मदद कर सकती है। इस प्रक्रिया में जांघ की हड्डी, शिनबोन और घुटने की टोपी से क्षतिग्रस्त हड्डी और उपास्थि को हटाना और इसे धातु मिश्र धातु, उच्च ग्रेड प्लास्टिक और पॉलिमर से बने कृत्रिम अंग से बदलना शामिल है।
घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी का सबसे आम कारण गंभीर ऑस्टियोआर्थराइटिस दर्द से राहत पाना है। जिन मरीजों को घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी की आवश्यकता होती है, उन्हें चलने, सीढ़ियाँ चढ़ने और कुर्सियों से उठने-बैठने में अक्सर कठिनाई होती है।
मरीजों को अक्सर सर्जरी से पहले कुछ दवाएं और आहार अनुपूरक बंद करने और सर्जरी के दिन कुछ भी खाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। प्रक्रिया के बाद मरीजों को कई हफ्तों तक बैसाखी या वॉकर की आवश्यकता हो सकती है।
उत्तर प्रदेश की श्रीमती मुन्नी देवी यादव की यशोदा हॉस्पिटल, हैदराबाद में कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. प्रवीण कुमार की देखरेख में टोटल घुटना रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई।