इस्केमिक स्ट्रोक तब होता है जब रक्त का थक्का मस्तिष्क में रक्त वाहिका को अवरुद्ध कर देता है, जिससे मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह रुक जाता है। थ्रोम्बोलिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें रक्त के थक्कों को घोलने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है। मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी एक प्रकार की न्यूनतम-इनवेसिव तकनीक है जिसमें एक इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट मरीज की धमनी से थक्का हटाने के लिए फ्लोरोस्कोपी या निरंतर एक्स-रे जैसे विशेष उपकरण का उपयोग करता है।
हैदराबाद की श्रीमती एम. चंद्रमौली ने यशोदा अस्पताल, हैदराबाद में डॉ. भरत कुमार सुरीसेटी, कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट और डॉ. लक्ष्मीकांत जेला, कंसल्टेंट इंटरवेंशनल और न्यूरोरेडियोलॉजिस्ट की देखरेख में सफलतापूर्वक थ्रोम्बोलिसिस और उसके बाद मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी की सर्जरी की।