बचपन में ट्रेकोब्रोनचियल पेड़ में विदेशी शरीर का सामना करना सबसे आम आपात स्थितियों में से एक है। श्री लिंगा रेड्डी अपनी 3.5 साल की नेहा नाम की बच्ची के साथ हमारी इमरजेंसी में पहुंचे, जिसका यशोदा हॉस्पिटल सिकंदराबाद में कंसल्टेंट इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. हरि किशन गोनुगुंटला की देखरेख में मूंगफली से बाहरी शरीर निकाला गया।